आज हम आपको कुछ अलग ही जानकारी देने जा रहे है कश्मीर में हजारों एकड़ भूमि केसर के नीले फूलों से खिलखिलाने लगी है। केसर दिवस यानी 27 अक्तूबर से ही केसर के फसल की कटाई शुरू हो चुकी है। अक्तूबर में जैसे ही केसर के फूल खिलते हैं, वैसे ही किसान परिवार टोकरियों के साथ खेतों में पहुंचने लगते हैं और फूलों को चुनते हैं।
राष्ट्रीय सैफ्रॉन मिशन से जुड़े कृषि वैज्ञानिक बताते हैं कि केसर दुनिया की सबसे महंगी फसल है। केसर 1.60 लाख से लेकर तीन लाख रुपये किलो के हिसाब से बिकता है। भारत में इसका उत्पादन सिर्फ कश्मीर में होता है।
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले का पांपोर शहर केसर के शहर के रूप में जाना जाता है। श्रीनगर से 20 किलोमीटर दूर जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर स्थित इस शहर में आजकल फूलों से केसर अलग करने का जाम जोरों पर चल रहा है।
इस के फूल काफी खूबसूरत लगते है सितंबर माह में केसर के कंद (बल्ब) लगाए जाते हैं, जिसमें अक्तूबर के अंत तक फूल निकल आते हैं। बैगनी रंग के इन फूलों को चुनकर उसके वर्तिकाग्र (स्टिग्मा) को निकाल लेते हैं।
यही केसर कहलाता है। पांपोर के अलावा किश्तवाड़ जिले में भी इसकी खेती की जाती है। कश्मीर में इस साल 3715 हेक्टेयर में केसर की खेती की गई है। इससे करीब पांच टन केसर के उत्पादन का अनुमान है।
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