आज से ही शुरू करे इस सब्जी का सेवन खत्म हो जाएगी सारी बीमारियां

सब्जी तो वैसे सभी ताकतवर होती है लेकिन आज हम आपको एक खास सब्जी के बारे में बताने जा रहे है। जिसे दुनिया की सबसे ताकतवर सब्जी माना जाता है। उस सब्जी को सहजन कहा जाता है सहजन की 100 ग्राम मात्रा में ऊर्जा 64 कैलोरी, प्रोटीन 9.4 ग्राम, कैल्शियम 185 मिलीग्राम, पोटेशियम 337 मिलीग्राम पायी जाती है।

इस सब्जी में बहुत पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक होते हैं इसमें 92 तरह के मल्टीविटामिन्स, 46 तरह के एंटी आक्सीडेंट गुण, 36 तरह के दर्द निवारक और 18 तरह के एमिनो एसिड मिलते हैं इसके अलग-अलग हिस्सों में 300 से अधिक रोगों के रोकथाम के गुण हैं।

सहजन के लाभ

इसकी पत्तियों में प्रोटीन, विटामिन B6, विटामिन C, विटामिन A, विटामिन E, आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम, जिंक जैसे तत्व पाए जाते हैं इसकी फली में विटामिन C और सहजन की पत्ती में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. सहजन में एंटीओक्सिडेंट, बायोएक्टिव प्लांट कंपाउंड होते हैं।

सहजन की सूखी पत्तियों के 100 ग्राम पाउडर में दूध से 17 गुना अधिक कैल्शियम और पालक से 25 गुना अधिक आयरन होता है इसमें गाजर से 10 गुना अधिक बीटा-कैरोटीन होता है, जोकि आँखों, स्किन और रोगप्रतिरोधक तंत्र के लिए बहुत लाभदायक है सहजन में केले से 3 गुना अधिक पोटैशियम और संतरे से 7 गुना अधिक विटामिन C होता है।

यह पत्तियाँ प्रोटीन का भी बेहतरीन स्रोत हैं एक कप ताजी पत्तियों में 2 ग्राम प्रोटीन होता है यह प्रोटीन किसी भी प्रकार से मांसाहारी स्रोतों से मिले प्रोटीन से कम नहीं है क्योंकि इसमें सभी आवश्यक एमिनो एसिड्स पाए जाते हैं।

सहजन की फली और पत्ती का सूप पीने या दाल में सहजन की पत्ती मिलाकर बनाने से बदलते मौसम के असर से बचाव होता है यह रोगप्रतिरोधक क्षमता बढाकर ऐसे मौसम में होने वाले सर्दी-जुकाम होने से रोकता है यहाँ तक कि एड्स के रोगियों को दी जाने वाली Anti-Retroviral therapy के साथ यह हर्बल सप्लीमेंट के रूप में दिया जाता है।

सहजन पेट की समस्याओं के लिए कारगर है सहजन हल्का रेचक है, अतः यह पेट साफ करता है फाइबर की वजह से यह कब्ज दूर करता है पेट के कीड़े और जीवाणुओं से भी सहजन मुक्ति दिलाता है सहजन की जड़ का पाउडर पेट में पाए जाने वाले राउंड वर्म को खत्म करता है।

वजन घटाने में सहजन लाभकारी है जानिए कैसे ? सहजन में डाईयूरेटिक गुण होते हैं जोकि शरीर की कोशिकाओं में अनावश्यक जल को कम करता है इसके एंटी-इन्फ्लेमेटोरी गुण शरीर की सूजन कम करते हैं फाइबर से भरपूर सहजन शरीर में फैट अवशोषण कम करता है इन्सुलिन रेजिस्टेंस कम करके यह अनावश्यक फैट जमने को रोकता है।

दूध पिलाने वाली माताओं के लिए सहजन बहुत बढ़िया है सहजन की पत्ती को घी में गर्म करके प्रसूता स्त्री को दिए जाने का पुराना रिवाज है इससे दूध की कमी नहीं होती और जन्म के बाद की कमजोरियों जैसे थकान आदि का भी निवारण होता है बच्चे का स्वास्थ्य सही रहता है और वजन भी बढ़ता है सहजन में पाए जाने वाला पर्याप्त कैल्शियम किसी कैल्शियम सप्लीमेंट से कई गुना अच्छा है।

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