Tokyo Olympics में भारत की हॉकी महिला टीम, रच दिया इतिहास
Tokyo Olympics की टर्फ पर भारत की महिला हॉकी टीम डिफेंडिंग चैंपियन ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ ब्रॉन्ज मेडल की लड़ाई हार गई रियो ओलिंपिक की गोल्ड मेडलिस्ट टीम ने भारतीय हॉकी की महिलाओं को 4-3 से हराया इस हार के साथ भारतीय महिला हॉकी टीम का पहला ओलिंपिक पदक जीतने का सपना तो टूट गया पर वो इतिहास रचने में कामयाब रही।

दरअसल, ये पहली बार था जब भारत की महिला हॉकी टीम ओलिंपिक की टर्फ पर मेडल के लिए लड़ रही थी टूर्नामेंट ये दूसरी बार था, जब ग्रेट ब्रिटेन के हाथों भारतीय महिला हॉकी टीम को हार मिली थी इससे पहले ग्रुप स्टेज पर ग्रेट ब्रिटेन ने उसे 1-4 से हराया था।
भारत और ग्रेट ब्रिटेन के बीच ब्रॉन्ज के लिए जबरदस्त लड़ाई देखने को मिली।
दोनों टीमों ने आखिरी क्वार्टर तक पूरा जोर लगाया भारतीय महिला हॉकी टीम को खेलते देख लगा ही नहीं कि वो पहली बार ओलिंपिक की टर्फ पर इतना बड़ा मैच खेल रही हैं उन्होंने ग्रेट ब्रिटेन को टफ फाइट दी दोनों टीमों के बीच पहला क्वार्टर बगैर गोल के खत्म हुआ पहले क्वार्टर में ग्रेट ब्रिटेन को दो पेनाल्टी कॉर्नर मिले, जिसे वो गोल में बदल नहीं सकी।
दूसरे क्वार्टर में हुए 5 गोल
पहला क्वार्टर गोलों के नजरिए से जितना सुस्त रहा, दूसरे क्वार्टर में गोल उतने ही भरपूर बरसे इस क्वार्टर के 15 मिनट में दोनों टीमों ने मिलकर 5 गोल दागे इन 5 गोल में से 2 गोल ग्रेट ब्रिटेन ने दागे तो भारतीय खिलाड़ियों ने उसके बदले 3 गोल उनके पोस्ट पर दागे भारत के लिए इस क्वार्टर में 2 गोल गुरजीत कौर ने किए तो एक गोल वंदना कटारिया ने दागा।
तीसरा क्वार्टर बराबर, चौथे क्वार्टर में जाकर हारा भारत
भारत को दूसरे क्वार्टर में मिली एक गोल की लीड तीसरे क्वार्टर में फिर से बराबरी पर आ खड़ी हो गई. ये क्वार्टर दोनों टीमों के बीच 3-3 की बराबरी पर खत्म हुआ इसके बाद चौथे क्वार्टर में ग्रेट ब्रिटेन एक गोल की लीड फिर से लेने में कामयाब रही उसकी वो बढ़त क्वार्टर के अंत तक बरकरार रही नतीजा ये हुआ कि भारत को 3 के मुकाबले 4 गोल से हार का सामना करना पड़ा।
आपको कैसी लगी ये जानकारी हमे जरूर बताएं ऐसी ही नई नई जानकारी के लिए हमे फॉलो करना न भूलें।