गायत्री मंत्र के जाप करने से होते है इतने लाभ आप भी आज से ही शुरू करे
दोस्तों गायत्री मंत्र पढ़ने से बहुत से लाभ होते है बहुत से लोग गायत्री मंत्र सुबह स्नान के बाद अवश्य पड़ते है उसका उन्हें लाभ भी होता है गायत्री मंत्र के जाप से क्या लाभ होते है आइये हम आपको बताते है ।
विद्यार्थियों के लिए चमत्कारिक है ये मंत्र
विद्यार्थियों के लिए यह मंत्र बहुत लाभदायक है रोजाना इस मंत्र का 108 बार जप करने से विद्यार्थी को सभी प्रकार की विद्या प्राप्त करने में आसानी होती है पढ़ने में मन नहीं लगना, याद किया हुआ भूल जाना, शीघ्रता से याद न होना आदि समस्याओं से भी मुक्ति मिल जाती है।
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व्यापारी और नौकरीपेशा लोगों के लिए उपयोगी
व्यापार, नौकरी में हानि हो रही है या कार्य में सफलता नहीं मिलती, आमदनी कम है और व्यय अधिक है तो गायत्री मंत्र का जप काफी फायदा पहुंचाता है शुक्रवार को पीले वस्त्र पहनकर हाथी पर विराजमान गायत्री माता का ध्यान कर गायत्री मंत्र के आगे और पीछे श्रीं सम्पुट लगाकर जप करने से दरिद्रता का नाश होता है इसके साथ ही रविवार को व्रत किया जाए तो अधिक लाभ होता है।
संतान प्राप्ति में भी है लाभकारी
किसी दंपत्ति को संतान प्राप्त करने में कठिनाई आ रही हो या संतान से दुःखी हो अथवा संतान रोगग्रस्त हो तो प्रात: पति-पत्नी एक साथ सफेद वस्त्र धारण कर यौं बीज मंत्र का सम्पुट लगाकर गायत्री मंत्र का जप करें इससे संतान संबंधी किसी भी समस्या से शीघ्र मुक्ति मिलती है।
ऐसे प्राप्त कर सकते हैं शत्रुओं पर विजय
शत्रुओं के कारण परेशानियां झेल रहे हैं तो मंगलवार, अमावस्या अथवा रविवार को लाल वस्त्र पहनकर माता दुर्गा का ध्यान करते हुए गायत्री मंत्र के आगे एवं पीछे क्लीं बीज मंत्र का तीन बार सम्पुट लगाकर 108 बार जाप करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
विवाह में हो रही है देरी तो ऐसे करें जाप
यदि विवाह में देरी हो रही हो तो सोमवार को सुबह के समय पीले वस्त्र धारण कर माता पार्वती का ध्यान करते हुए ह्रीं बीज मंत्र का सम्पुट लगाकर 108 बार जाप करने से विवाह कार्य में आने वाली समस्त बाधाएं दूर होती हैं यह साधना लड़के-लड़कियों दोनों के लिए है।
रोगमुक्ति में भी सहायक है गायत्री मंत्र
यदि किसी रोग से मुक्ति पाना चाहते हैं तो किसी भी शुभ मुहूर्त में एक कांसे के पात्र में स्वच्छ जल भरकर रख लें एवं उसके सामने लाल आसन पर बैठकर गायत्री मंत्र के साथ ऐं ह्रीं क्लीं का संपुट लगाकर गायत्री मंत्र का जप करें जप के पश्चात जल से भरे पात्र का सेवन करने से गंभीर से गंभीर रोग का नाश होता है यह जल किसी अन्य रोगी को देने से उसका भी रोग खत्म होता है।
गायत्री मंत्र के साथ हवन करने से होंगे ये लाभ
दूध, दही, घी एवं शहद को मिलाकर 1000 गायत्री मंत्रों के साथ हवन करने से चेचक, आंखों के रोग एवं पेट के रोग समाप्त हो जाते हैं गायत्री मंत्रों के साथ नारियल का चूरा एवं घी का हवन करने से शत्रुओं का नाश हो जाता है नारियल के चूरे में यदि शहद का प्रयोग किया जाए तो सौभाग्य में वृद्धि होती है।
आप भी समझ गए होंगे की गायत्री मंत्र के जाप से कितने फायदे होते है हमने आपको बता दिया है आपको कैसी लगी जानकारी हमे जरूर बताये अगर आपको जानकारी पसंद आयी तो लाइक और शेयर जरूर करें ऐसी ही नयी नयी जानकारी के लिए हमे फॉलो करें।