कैसे बने अंबानी इतने अमीर 28 दिसंबर 1937 को जन्में रतन टाटा 79 साल के हो गए हैं। लंबे अरसे से इंडियन इंडस्ट्री और 108 कंपनियों वाले टाटा संस को नए मुकाम पर पहुंचाने के बाद भी लोगों को इस बात से हैरानी होती है कि रतन टाटा देश के अमीरों की लिस्ट में शामिल क्यों नहीं हैं? जब भी देश के सबसे अमीर परिवार या अमीर व्यक्ति की बात होती है तो केवल रिलायंस इंडस्ट्रीज और मुकेश अंबानी का ही नाम आता है।
यहां हम आपको पता रहे हैं कि आखिर ऐसा क्यों है कि रतन टाटा, मुकेश अंबानी से ज्यादा अमीर नहीं हैं जबकि टोटल एसेट्स के मामले में टाटा संस (120 अरब डॉलर) रिलायंस इंडस्ट्रीज (90 अरब डॉलर) से ज्यादा बड़ा ग्रुप है।
एसेट के मामले में रिलायंस से भी ज्यादा बड़ी कंपनी चलाने के बाद भी रतन टाटा देश के सबसे अमीर आदमी नहीं होने के पीछे टाटा संस का शेयरहोल्डिंग पैटर्न है।
रिलायंस ग्रुप एक परिवार द्वारा चलाया जाने वाला बिजनेस है। वहीं, टाटा संस को टाटा ट्रस्ट की ओर से चलाया जाता है और यह सभी जानते हैं कि ट्रस्ट पर किसी एक व्यक्ति का अधिकार नहीं होता है।
टाटा फैमिली से जुड़ा होने के कारण रतन टाटा इसके चेयरमैन या ट्रस्टी तो हो सकते हैं लेकिन इसके मालिक नहीं क्योंकि टाटा संस में टाटा ट्रस्ट की हिस्सेदारी 66 फीसदी है। टाटा फैमिली से जुड़े सभी लोगों ने अपनी संपत्ति अपने परिवार की जगह ट्रस्ट में ही डाल दी थी।
अगर यह वेल्थ ट्रस्ट की जगह पीढ़ी दर पीढ़ी ट्रांसफर होती तभी उनके पास मालिकाना हक हो सकता था। टाटा संस में ट्रस्ट की शेयरहोल्डिंग : 66 फीसदी पालोनजी शापोरजी की शेयरहोल्डिंग : 18 फीसदी टाटा ग्रुप फर्म की शेयरहोल्डिंग : 13 फीसदी टाटा फैमिली मैंबर्स और दूसरे लोगों की शेयरहोल्डिंग : 3 फीसदी
फोर्ब्स के लेटेस्ट सर्वे के मुताबिक, भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी हैं जिनकी नेट वर्थ 22.6 अरब डॉलर है। रतन टाटा की नेट वैल्यू रतन टाटा, टाटा संस के दोबारा अंतरिम चेयरमैन बने हैं। रतन टाटा खुद होंडा सिविक ड्राइव करके आते हैं। उनकी पर्सनल वर्थ करीब 60 करोड़ डॉलर के आसपास होगी।
पॉलिसी के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड दूसरी कंपनियों की तरह है। इस मुकेश अंबानी चलाते हैं जहां वह चेयरमैन और एमडी की भूमिका निभा रहे हैं। कंपनी में उनके पास सबसे ज्यादा शेयर्स हैं। वहीं, रतन टाटा की रिटायरमेंट के बाद टाटा संस को यह तय करना पड़ा कि कौन अगला चेयरमैन होगा। वहीं, मुकेश अंबानी का साम्राज्य उनके बेटे और बेटी के पास जाएगा।
रतन टाटा कंपनी के दूसरे कर्मचारियों की तरह है और वह इसके मालिक नहीं हैं। रतन टाटा के पास कंपनी में 3,368 शेयर्स हैं। इसी तरह, शापोरजी मिस्त्री के पास 108 शेयर्स, साइरस मिस्त्री का इन्वेस्टमेंट 37,120 शेयर्स और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के पास 11,3067 शेयर्स हैं।
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