आज हम आपको बहुत ही खास जानकारी देंगे हाल ही में Jio, Airtel, Vodafone जैसी सभी टेलीकॉम कंपनियों ने अपने कॉल्स और डेटा की कीमतों में बढ़ोत्तरी का एलान कर दिया है। इस एलान के बाद अब सरकार ने इस धारणा को दूर कर दिया है कि हाल ही में निजी दूरसंचार ऑपरेटरों द्वारा टैरिफ बढ़ने से उपभोक्ताओं को नुकसान होगा, यह कहते हुए कि डेटा और वॉयस कॉल दुनिया में सबसे सस्ती होगी और चार साल पहले की तुलना में कम होगी।
गौरतलब है कि देश के तीन निजी कंपनियों ने राजस्व में वृद्धि और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए रविवार को अपने प्रीपेड योजनाओं की कीमतों में 40% तक की वृद्धि की। शीर्ष सरकारी अधिकारियों के अनुसार, टैरिफ बढ़ोतरी के बाद 2019 के अंत तक औसत वायरलेस डेटा की कीमत 16.49 रुपये प्रति जीबी तक बढ़ने की उम्मीद है, और यह अभी भी दुनिया में सबसे सस्ता है। उन्होंने कहा कि आउटगोइंग कॉल की कीमत मार्च में 13 पैसे की तुलना में औसतन 18 पैसे प्रति मिनट होगी।
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को ट्वीट किया कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार को उच्च मोबाइल इंटरनेट लागत विरासत में मिली थी जो 2014 में 268.97 रुपये प्रति जीबी के उच्च स्तर पर थी और उस समय यूपीए शासन था।
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