लीवर, पीलिया जैसी बीमारी में बहुत ही लाभदायक है यह पौधा

आज हम आपको एक बहुत ही खास जानकारी दे रहे है। भृंगराज प्राय: नम स्थानों में उगता है। वैसे तो यह लगभग पूरे संसार में उगता है किन्तु भारत, चीन, थाइलैंड एवं ब्राजील में बहुतायत में पाया जाता है। आयुर्वेद में इसका तेल बालों के लिये बहुत उपयोगी माना जाता है। आयुर्वेदिक विशेषज्ञों का मत है कि भृंगराज बालों और लीवर सहित कई बीमारियों में बहुत लाभदायक होता है, क्योंकि इसमें बहुत से गुण पाए जाता है। भृंगराज कई बीमारियों में चमत्कारिक लाभ पहुंचाता है। आज हम आपको भृंगराज तीन बहुत ही महत्वपूर्ण फायदे बताने जा रही हूँ। आइये जानते हैं उन फायदों के बारे में।

लीवर को स्वस्थ रखे

स्वास्थ लाभ के रूप में भृंगराज के फायदे लीवर के लिए किसी वरदान से कम नहीं है यह हेपेटोप्रोटेक्टिवके रूप में कार्य करता है और लीवर की कोशिकाओं के पुनर्जन्म को उत्तेजित करता है पित्त के उत्पादन को बढ़ाता है जिससे हमारा पाचन सही रहता है और यह शरीर के विषाक्त पदार्थों को तोड़ने और बाहर निकालने का काम करता है इस प्रकार भृंगराज के फायदे संपूर्ण लीवर के लिए लाभदायक होते हैं।

पीलिया को दूर भगाए

लिवर की सूजन बिलीरुबिन को काम करने की क्षमता को कम कर देती है जिससे रक्त में बिलीरुबिन के अधिक हो जाने के कारण पीलिया रोग हो जाता है इसको हाईपरबिलीरुबिनमिया भी कहा जाता है। आयुर्वेद में भृंगराज को अन्य पदार्थों के साथ पीलिया का इलाज करने के लिए प्रयोग किया जाता है इसके लिए आपको भृंगराज रस 10 मिलीलीटर काली मिर्च 1 ग्राम मिश्री 3 ग्राम को लेना है और एक मिश्रण तैयार कर लेना है इस मिश्रण को पीलिया के इलाज के लिए 3 से 5 दिनों तक दिन में तीन बार लिया जा सकता है उपचार के दौरान दही और चावल आधारित भोजन खाने को दीया जाना सही माना जाता है।

गर्भपात को रोकता है

भृंगराज गर्भावस्था में होने वाले नुकसान को रोकता है। गर्भपात से पीड़ित महिलाएं सुबह खाली पेट 3 मिलीलीटर भृंगराजा रस ले सकती हैं, साथ ही गाय का दूध भी साथ में लिया जा सकता है। परंपरागत रूप से, गर्भपात को रोकने और गर्भाशय को मजबूत करने के लिए इस उपाय का उपयोग किया जाता है। जिनका पहले गर्भपात हो चुका हो उनको, गर्भावस्था के पुन: नियोजन से पहले इसे शुरू किया जाना चाहिए और गर्भावस्था के दौरान इसे जारी रखा जाना चाहिए। सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त करने के लिए, यह अश्वगंधा के साथ भी लिया जा सकता है, जिसका उपयोग इसी तरह के प्रयोजन के लिए भी किया जाता है।

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