आज हम आपको एक ऐसे औषधीय गुणों से भरपूर पादप के बारे में बता रहे हैं जो मानव के लिए बहुत उपयोगी है कई असाध्य रोगों का उपचार करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है हम जिसके बारे में बात कर रहे हैं वह बहेड़ा है आइए जानते हैं बहेड़ा के औषधीय फायदों के बारे में ।
पीलिया एक ऐसा रोग है जिसमे हमारा लीवर बुरी तरह प्रभावित होता है लेकिन बेहद के सेवन से इसे ठीक किया जा सकता है बहेड़ा के चूर्ण के साथ एक चम्मच शहद का सेवन आपको पीलिया से मुक्त कर देता है ऐसा रोजाना करने से बहुत जल्दी पीलिया में आराम मिलता है ।
गलत खान पान की वजह से कम उम्र में ही आँखों की रौशनी से परेशान लोगो के लिए यह रामबाण है रोजाना बहेड़ा के छिल्को और मिश्री को बराबर मात्रा में मिलाएं और एक ग्लास गुनगुने पानी के साथ इसे ले जिससे आँखों की रौशनी बहुत जल्दी सही होने लगती है ।
बहेड़े का अधपका फल चूर्ण कर लें। सोते समय रोजाना एक-दो चम्मच आवश्यकतानुसार पानी से सेवन करें। सुबह पेट साफ हो जाएगा।
बहेड़ा एवम् जवासा के 40 से 50 ग्राम काढ़े में एक चम्मच घी मिलाकर सुबह दोपहर शाम पीने से कफ तथा पित्त से होने वाले बुखार हट जाता है और कमजोरी के कारण चक्कर आना व आंखो के सामने अधेरा आने की समस्या समाप्त हो जाती है।
बीजों की गिरी के 25 मिलीलीटर तेल में 75 मिलीलीटर नारियल का तेल मिलाकर रोजाना सुबह-शाम बालों में लगाने से असमय बालों का पकन, सफेद होना, झड़ना रूसी में फायदा होगा।
बहेड़े के फल का चूर्ण बनाकर 2 चम्मच की मात्रा एक का पानी में रात्रि में भिगोकर रख दें और सुबह इसे बालों की जड़ों पर मल कर लगाएं। एक घंटे बाद नहाते समय धो लें। इस प्रयोग से बालों का असमय गिरन रुकेगा।
आप भी इस से अनेक बीमारियों से छुटकारा पा सकते है।