दिल्ली हिंसा पर आया अमेरिका का बयान , बोले ऐसे कानून को बढ़ावा न दे
आज हम आपको बहुत ही खास जानकारी देने जा रहे है। संशोधित नागरिकता कानून को लेकर दिल्ली में बीते तीन दिनों में हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है। जबकि कुल 189 लोग घायल हैं। तीन दिन के बाद आज दिल्ली में हालात सामान्य हैं, लेकिन कुछ इलाकों से छिटपुट पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आ रही हैं। वहीं मुख्यमंत्री केजरीवाल ने राजधानी के हालात को चिंताजनक बताते हुए गृहमंत्री को सेना बुलाने के लिए खत लिखा है।
केंद्र सरकार ने हालात को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी अब एनएसए अजित डोभाल को सौंप दी है। वहीं दिल्ली हिंसा पर अमेरिकी सांसदों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के साथ ही मीडिया इन घटनाओं की भी खबरें दे रहा है। अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल ने कहा कि भारत में धार्मिक असहिष्णुता में वृद्धि भयावह है।
जयपाल ने ट्वीट किया, ‘लोकतांत्रिक देशों को विभाजन और भेदभाव बर्दाशत नहीं करना चाहिए या ऐसे कानून को बढ़ावा नहीं देना चाहिए जो धार्मिक स्वतंत्रता को कमजोर करता हो।’ उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया देख रही है।’ गौरतलब है कि सीएए को लेकर दिल्ली में हुई हिंसा में 20 लोगों की जान चली गई और 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं.सांसद एलन लोवेन्थाल ने भी हिंसा को ‘नैतिक नेतृत्व की दुखद विफलता’ करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘हमें भारत में मानवाधिकार पर खतरे के बारे में बोलना चाहिए।’
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