जुड़वां बच्चे होने के पीछे होते है ये बड़े कारण जरूर जानिए

आज हम जुड़वां बच्चे को लेकर कुछ बाते बताने वाले है। अक्सर आप जुड़वा बच्चे के बारे में सुनते होंगे कई औरतें जुड़वा बच्चे की चाह भी रखती हैं और वे यह सोचती हैं कि आखिर जुड़वा बच्चे कैसे और कब होते हैं। तो आइए आज के इस पोस्ट में हम ऐसा होने के पांच मुख्य कारणों के बारे में जान लेते हैं। इनमें से कुछ तो साइंटिफिक कारण हैं वहीं कुछ मिथ भी शामिल हैं।

दरअसल, जुड़वा बच्चे भी दो प्रकार के होते हैं पहला एक दूसरे से अलग दिखने वाला जिसे डाईजाईगोटिक कहते हैं और दूसरा जो बिल्कुल एक दूसरे की तरह ही दिखते हैं जिसे मोनोजाइगोटिक हैं अब मुख्य बात पर आते हैं।

अनुवांशिक (जेनेटिक)

यदि आपके परिवार में पहले भी जुड़वा बच्चे पैदा हुए हैं या फिर आपके भाई-बहन को जुड़वा बच्चे हैं, तो ऐसे में आपको भी जुड़वा बच्चा होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।

ऊंचाई में वजन

मां के शरीर की ऊंचाई और वजन भी जुड़वा बच्चा होने का एक मुख्य कारण माना जाता है अमेरिकन कॉलेज में एक अध्ययन के अनुसार ऐसी महिला जिसकी बीएमआई 30 से ज्यादा हो उन्हें जुड़वा बच्चा होने की संभावना काफी होती है।

मां की आयु

कई अध्ययन से यह भी पता चला है कि मां की आयु बढ़ने के साथ ही जुड़वा बच्चा होने की संभावना काफी बढ़ जाती है जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे ही फॉलिकल हार्मोन के निर्माण में कमी आती है जिसके कारण जुड़वा बच्चा होने की संभावना अधिक होती है।

गर्भ निरोधक गोलियां

गर्भ निरोधक गोलियों के लगातार सेवन करने से जुड़वा बच्चे होने की संभावना भी बढ़ जाते हैं दरअसल, आप जब गोलियां खाना बंद करते हैं तो शुरुआत कि मंथली साइकिल के दौरान शरीर में विभिन्न प्रकार के हार्मोनल बदलाव आते हैं, जिनके कारण इन गोलियों को खाते हुए भी आपके दो गर्भ ठहरने के संभावना हो जाती हैं।

आई वी एफ

आई वी एफ (इन- विट्रो फर्टिलाइजेशन) इस प्रक्रिया में अंडाणु शरीर के बाहर फ़र्टिलाइज़ होता है। यह एक सहायक प्रक्रिया है जिसके कारण हो सकता है कि जुड़वा बच्चे हो उम्मीद करते हैं ये सारी बातें आपको अच्छे से समझ में आ गई होंगी।

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